यदि कोई वस्तु अस्तित्व में आती है, वह किसी और वस्तु के द्वारा प्रेरित की हुई होती है। एक पुस्तक का एक लेखक होता है। संगीत का एक संगीतकार होता है। एक पार्टी का एक पार्टी देनेवाला होता है! शुरू होने वाली सभी चीज़ें, जिनकी एक शुरुआत होती है, उनकी शुरुआत का एक कारण होता है।
ब्रह्मांड पर विचार करने पर ज्ञात होता है कि वैज्ञानिकों ने पहले “स्थायी अवस्था सिद्धान्त” (स्टेडी-स्टेट थिओरी) को आयोजित किया था, जिसके अनुसार ब्रह्मांड बिना आरंभ के हमेशा से अस्तित्व में था।
ब्रह्मांड संबंधी सबूत अब “विशाल विस्फोट” (बिग बैंग) को उस समय के रूप में संदर्भित करता है जब ब्रह्मांड अस्तित्व में आया। हमारे अंतरिक्ष-समय-पदार्थ-ऊर्जा वाले ब्रह्मांड की एक विशिष्ट और एकवचन शुरुआत थी।
क्योंकि यह शुरू से अस्तित्व में नहीं था, लेकिन बाद में अस्तित्व में आया (एक एकवचन शुरुआत), तो, किसी दूसरी वास्तविकताओं ने इसे बनाया या इसकी रचना की।1
प्रकृति में वह सब कुछ जिस को हम देखते हैं, उसकी कहीं ना कहीं शुरुआत हुई है। पर परमेश्वर एक अलग श्रेणी में है, और ऐसा होना भी चाहिए। परमेश्वर प्रकृति, मानवता, और जो कुछ भी अस्तित्व में है, उन सब से अलग है। वह उऩ सब में विद्यमान है, उसने जो कुछ भी बनाया है वह उन सब से स्वतंत्र है। परमेश्वर किसी पर निर्भर नहीं है, बल्कि वह आत्मनिर्भर और स्वयंविद्यमान है। बाइबल में परमेश्वर के विषय में बिल्कुल ऐसे ही वर्णन किया गया है, और उसने अपने आपको ऐसे ही प्रकट किया है। परमेश्वर को इस प्रकार क्यों होना चाहिए?
हमारे ब्रह्मांड के बारे में किसी और तरह से नहीं बताया जा सकता है। यह अपने आप का स्वयं निर्माण नहीं कर सकता था। यह हमेशा से अस्तित्व में नहीं था। और इसका निर्माण ऐसी चीज के द्वारा नहीं हो सकता था जिसका स्वयं निर्माण किया गया हो। क्यों नहीं?
इस बात पर बहस करना तर्कसम्मत नहीं है कि ब्रह्मांड परमेश्वर द्वारा बनाया गया था, पर उस परमेश्वर को उससे बड़े परमेश्वर ने बनाया, जिस को उससे बड़े परमेश्वर ने बनाया, इत्यादि। जैसे की अरस्तू (Aristotle) ने प्रबलता सॆ इस बात पर तर्क किया, कि एक वास्तविकता होनी चाहिए जिसके कारण कुछ अस्तित्व में आता है, लेकिन जो स्वयं बनाई नहीं गयी है। क्यों? क्योंकि यदि कारणों का एक अनंत प्रतिगमन है, तो इस परिभाषा के द्वारा पूरी प्रक्रिया की कभी शुरुआत ही नहीं होगी।2
परमेश्वर के अस्तित्व के लिए क्या आप और सबूत चाहते हैं? कृपया देखें “क्या परमेश्वर है?”
► | परमेश्वर के साथ एक रिश्ता शुरू कैसे किया जाए |
► | मेरा एक सवाल है … |
फुटनोट: (1) केनेथ, रिचर्ड सैम्प्ल्स कनेक्शन्स 2007 क्वार्टर 3, www.reasons.org (2) केनेथ, रिचर्ड सैम्प्ल्स कनेक्शन्स 2007 क्वार्टर 3, www.reasons.org